प्रेम?
यह घटना कभी घटी ही नहीं,
बस सुबह उठते ही
बनाती हूँ एक कप चाय अपने लिये
और एक कप तुम्हारे लिये भी,
इन दोनों का एक साथ बनना
हर सुबह घुल जाता है
जीवन में प्रेम की तरह .
प्रेम एक घटना है या जीवन ?
काव्यालय को प्राप्त: 5 Aug 2022.
काव्यालय पर प्रकाशित: 4 Aug 2023