लखनऊ के प्रदीप शुक्ला ने आई आई टी खडगपुर से एरोस्पेस इंजीनियरिंग में बी. टेक. किया, और फिर आई आई टी मुंबई से एरोस्पेस इंजीनियरिंग में एम. टेक.। सम्प्रति कानपुर में केंद्र सरकार के कार्यालय में कार्यरत। परिवार संग लखनऊ में निवास।
हिंदी कविता में प्रदीप की रूचि कक्षा 8 से ही रही। बल्कि कविता के प्रति उन्हे विशेष श्रद्धा है, कविता को एक साधना के जैसे देखते हैं। कक्षा 8 से लेकर कॉलेज की पढाई पूरी होने तक थोड़ा बहुत लेखन चलता रहा। तत्पश्चात करीब एक दशक तक लेखन बंद रहा। वर्ष 2012 में करीब 1 वर्ष तक यूरोप (चेक रिपब्लिक) प्रवास पर वे परिवार से दूर रहे। उसी समय पुनः कविता लेखन शुरू हुआ और इन्टरनेट के माध्यम से काव्यालय से जुड़े। काव्यालय के मित्रों से काफी प्रोत्साहन मिलने से उन्होंने लेखन में कुछ सुधार महसूस किया। तब से हिंदी कविता लेखन में सक्रिय हैं। किन्तु पाठन पर अधिक समय न दे पाने से हिंदी कविता का ज्ञान पाठ्य पुस्तकों में सम्मिलित कविताओं और कवियों तक सीमित है।
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