अप्रतिम कविताएँ
हार्मनी

स़फेद और काला अलग रहेंगे
तो नस्ल कहाएंगे
मिलकर रहेंगे तो संगीत

हारमोनियम
साहचर्य की एक मिसाल है

उंगलियों के बीच की ख़ाली जगह
उंगलियों से भर देने के लिए है।
- हेमंत देवलेकर
काव्यपाठ: हेमंत देवलेकर

काव्यालय को प्राप्त: 30 Dec 2023. काव्यालय पर प्रकाशित: 26 Jul 2024

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 हार्मनी
'बेकली महसूस हो तो'
विनोद तिवारी

बेकली महसूस हो तो गुनगुना कर देखिये।
दर्द जब हद से बढ़े तब मुस्कुरा कर देखिये।

रूठते हैं लोग बस मनुहार पाने के लिए
लौट आएगा, उसे फिर से बुला कर देखिये।

आपकी ही याद में शायद वह हो खोया हुआ
पास ही होगा कहीं, आवाज़ देकर देखिये।

हारती है बस मोहब्बत ही ख़ुदी के खेल में
हार कर अपनी ख़ुदी, उसको...

पूरी ग़ज़ल यहां पढ़ें
इस महीने :
'पुकार'
अनिता निहलानी


कोई कथा अनकही न रहे
व्यथा कोई अनसुनी न रहे,
जिसने कहना-सुनना चाहा
वाणी उसकी मुखर हो रहे!

एक प्रश्न जो सोया भीतर
एक जश्न भी खोया भीतर,
जिसने उसे जगाना चाहा
..

पूरी प्रस्तुति यहाँ पढें और सुनें...
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