1926 में जन्मी शान्ति मेहरोत्रा बहुमुखी प्रतिभा की धनी लेखिका थीं। इन्होंने कविता, कहानी, लघुकथाएँ, व्यंग्य और नाटक भी लिखे हैं। ‘एक और दिन’ और ‘ठहरा हुआ पानी’ इनके प्रसिद्ध नाटक है। सच्चिदानंद वात्स्यायन अज्ञेय के सम्पादन में प्रकाशित ग्रंथमाला - नए साहित्य स्रष्टा - का चौथा ग्रंथ इनकी रचनाओं पर आधारित है, जिसमें इनकी कविताएं, कहानियाँ, व्यंग्य, लघुकथाएँ, एकालाप और गीत सम्मिलित हैं। इसके पहले इनके कई कविता संग्रह प्रकाशित और सम्मानित हो चुके थे।