
1933-1975
दुष्यंत कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के बिजनोर जिले के राजपुर नवादा गाँव में हुआ था| इलाहबाद विश्वविद्यालय से उन्होंने हिन्दी में एम.ए की| उन्होंने आकाशवाणी और उस वक्त की हिन्दी पत्रिका 'नए पन्ने' में भी काम किया|
दुष्यंत कुमार की कई ग़ज़लें सरकार की निर्मम व्यवस्था पर करारा प्रहार करती हैं| उनकी बहुचर्चित ग़ज़ल संकलन 'साये में धुप' की ज्यादातर ग़ज़लें इंदीरा गांधी के शासन में एमरजेंसी में लिखी गई है| वे न सिर्फ आम आदमी से हाथ मिलाते हैं वरन उनकी आम भाषा भी अपनी रचनाओं में अपनाते हैं| साहित्यकारों की आलोचना के बावजूद दुष्यंत कुमार ने हिन्दी ग़ज़ल का स्तम्भ रखा और अपनी रचनाओं में वे शब्द ही प्रयोग करना पसन्द किया जो बोलचाल में हों|
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विकिपीडिया,
हिन्दी युग्म