असाम, डिब्रुगढ़ निवासी अनीता निहलानी ने गणित में एम. एस. सी. किया और फिर बीएड। लिखने का शौक बचपन से था पर नियमित लिखना २००९ में ब्लॉग आरम्भ करने के बाद ही किया। कविताओं की तीन पुस्तकें प्रकाशित करवायी हैं, पर अब केवल ब्लॉग्स पर ही लिखने का मन है। अनीता योग शिक्षिका हैं और उन्हें आध्यात्म में रूचि है।