इन्दिरा किसलय मूलतः मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से हैं। सात किताबें , पच्चीस सहयोगी संकलन और शताधिक पत्र पत्रिकाओं में उन्होंने अपनी सारस्वत उपस्थिति दर्ज की है। कुछ समाचारपत्रों जैसे - लोकमत समाचार तथा नव भारत में काॅलम भी लिखे हैं। कविता के अलावा उन्होंने व्यंग्य, हाइकु, क्षणिका, गीतिका, लघुकथा, संस्मरण, समीक्षा, कहानी आदि विधाओं में भी रचनाएँ की हैं।
संप्रति नागपुर महाराष्ट्र निवासी इन्दिरा अनेक साहित्यिक संस्थाओं से संलग्न हैं और आकाशवाणी दूरदर्शन तथा अन्यान्य मंचों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं।
महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी का सुब्रमण्यम भारती हिन्दी सेवी सम्मान एवं पुरस्कार सहित अनेक सम्मान एवं पुरस्कारों ने उनके लेखन को स्वीकृति प्रदान की है।