शंकर उपनाम से कविताएँ लिखने वाले नाथूराम शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 1859 में हुआ था। वे ब्रजभाषा, खड़ी बोली हिन्दी और उर्दू में कविताएँ लिखते थे। उन्हें संस्कृत और फारसी का भी ज्ञान था। महावीर प्रसाद द्विवेदी के सम्पादन में निकलने वाली 'सरस्वती' पत्रिका में उनकी रचनाएँ नियमित रूप से प्रकाशित होती थीं। इन्हें 'भारत-ब्रजेंदु' तथा 'साहित्य-सुधाकर' की उपाधियाँ मिलीं।
अनुराग रत्न, शंकर सरोज, गीतावली, कविता कुंज, शंकर सतसई इत्यादि उनकी प्रसिद्ध कृतियाँ हैं।
महाकवि के नाम से पुकारे जाने वाले शंकर जी का देहावसान 21 अगस्त 1932 को हुआ।