हिंदी नवगीत, लोक साहित्य, बालसाहित्य, कोश निर्माण और हिन्दी हाइकु के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रसिद्ध जगदीश व्योम जी हिंदी हाइकु की सम्पूर्ण पत्रिका हाइकु दर्पण के संपादक हैं। उनके शोध लेख, बालकहानी, बाल उपन्यास, नवगीत आदि खासी चर्चा होती रही है। 'कन्नौजी लोकगाथाओं का सर्वेक्षण और विश्लेषण' इनका शोधग्रंथ है. 'कन्नौजी लोकोक्ति और मुहावरा कोश' और हाइकु कोश के अलावा इनके कुछ अन्य महत्वपूर्ण संपादित ग्रंथ हैं। इनके दो कविता संग्रह 'इंद्रधनुष' और 'भोर के स्वर' प्रकाशित हैं। वर्तमान में आप कन्नौजी कोश का सम्पादन कर रहे हैं। डा० व्योम अनेक पुरस्कारों से सम्मानित भी हुए हैं। इनके कई ब्लाग हैं जिनमें "
व्योम के पार" पर आपका साहित्य उपलब्ध है।