समर्पित सत्य समर्पित स्वप्न
भाग 1
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बदली - छोटा बादल; मरुथल - रेगिस्तान;
मुक्तक
आज न जाने किस बदली ने
इस मरुथल पर वर्षा कर दी,
इतने फूल कहां से लाई
युगों युगों की बंझा धरती।
आज न जाने किस बदली ने
इस मरुथल पर वर्षा कर दी,
इतने फूल कहां से लाई
युगों युगों की बंझा धरती।
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